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सीवान से पटना रेफर जितेंद्र मांझी की सोमवार को हुई थी मौत।
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
मौतों का कारण अबतक सरकार जहरीली शराब नहीं बता रही, लेकिन गिरफ्तार धंधेबाजों के इकबालिया बयान से इसकी पुष्टि हो चुकी है। इस जानकारी के साथ ताजा खबर यह है कि सीवान में राजेश प्रसाद और धुरेंद्र मांझी नाम के दो लोगों की मंगलवार को भी जहरीली शराब ने जान ले ली, जबकि सुदर्शन महतो की पटना में मौत की खबर आ चुकी है। तीन नई मौतों से ज्यादा चौंकाने वाली घटना मंगलवार शाम करीब छह से साढ़े छह के बीच हुई। लोग चौंक गए कि मोतीलाल मांझी का बेटा जितेंद्र मांझी और स्व. मथुरा मांझी के बेटे शंकर मांझी व लोरिक मांझी ठीक हो रहे थे तो एम्बुलेंस उसे पटना के नाम पर लेकर कहां भागी। अस्पताल प्रशासन ने रिलीज करने की जानकारी दी, एम्बुलेंस वालों ने कहा कि पटना ले जाने कहा गया है और मरीज के परिजन इन दोनों के बीच हक्काबक्का दौड़ते रहे। कुछ देर बाद पता चला कि विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा के आने की सूचना पर यह किया गया। सदर अस्पताल के एक अधिकारी ने बताया कि भाजपा नेता ठीक हुए मरीजों से जहरीली शराब के बारे में बात करते, इसलिए ऐसा किया गया। इस बात में दम इसलिए है, क्योंकि रविवार को जब केस आने शुरू हुए थे तो 12 घंटे के लिए सदर अस्पताल का मुख्य द्वार भी बंद कर दिया गया था। अस्पताल से बाहर जहरीली शराब की बात जाने से रोकने के लिए यह किया गया था।
इसके साथ ही नौ मृतकों की सूची भी अपडेट हो गई है-
1. जनक देव बीन (पिता- लक्ष्मण बीन, 45 वर्ष, ग्राम- बाला)
2. सुरेंद्र प्रसाद (पिता- भोला प्रसाद, 50 वर्ष, ग्राम- बाला)
3. राजू मांझी (पिता- जमदार मांझी, 35 वर्ष, ग्राम- बाला)
4. राजेश प्रसाद (पिता- रामनाथ प्रसाद, 32 वर्ष, ग्राम- बाला)
5. धूरेंद्र मांझी (पिता- शिवदयाल मांझी, 35 वर्ष, ग्राम- बाला)
6. जितेंद्र मांझी (पिता- राजू मांझी, ग्राम- बाला)
7. लछन देव राम (पिता- सर्वजीत राम, 55 वर्ष, ग्राम- परौड़ी)
8. दुलम रावत (पिता- सुदामा रावत, 40 वर्ष, ग्राम- बाला)
9. नरेश रावत (ग्राम- बाला)
10. सुदर्शन महतो (पुत्र मोख्तार महतो, ग्राम- बसौली)
पिछले महीने सारण, इस बार सीवान में तांडव
रविवार रात करीब 8 बजे से नए साल में सीवान में मौतों का यह सिलसिला शुरू हुआ। पिछले महीने सारण में जहरीली शराब से ज्यादा मौतें हुई थीं और सीवान में भी केस आए थे। इस बार सीवान में रविवार से शुरू हुई मौतें सोमवार शाम से रुकी हुई थी, लेकिन मंगलवार को फिर दो मौतें सामने आ गईं। इन मामलों में भी वही लक्षण सामने आए, जो बाकी मौतों में सामने आए थे।
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