Home Bihar Muzaffarpur: पहली बार मनाया जाएगा सरकारी तौर पर मुजफ्फरपुर जिले का स्थापना दिवस, जिला प्रशासन की तैयारी शुरू, जानें कब होगा आयोजन

Muzaffarpur: पहली बार मनाया जाएगा सरकारी तौर पर मुजफ्फरपुर जिले का स्थापना दिवस, जिला प्रशासन की तैयारी शुरू, जानें कब होगा आयोजन

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Muzaffarpur: पहली बार मनाया जाएगा सरकारी तौर पर मुजफ्फरपुर जिले का स्थापना दिवस, जिला प्रशासन की तैयारी शुरू, जानें कब होगा आयोजन

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अभिषेक रंजन


मुजफ्फरपुर. जिस तरह से हम और आप एक निर्धारित तिथि को हर साल अपना जन्मदिन मनाते हैं, देश अपनी आजादी का दिन मनाता है, उसी तरह राज्य और उसके जिले का भी सरकारी तौर पर स्थापना दिवस मनाया जाता है. बिहार में भी पिछले 10 सालों से मुजफ्फरपुर को छोड़कर अन्य जिलों का स्थापना दिवस मनाया रहा है. कारण यह कि लोगों को यह तो पता था कि सन 1875 में जिले की स्थापना की गई थी, लेकिन किस तारीख को, यह पता नहीं था. यही कारण है कि इन 10 वर्षों से हर साल स्थापना दिवस मनाने के लिए सरकार से भेजी जाने वाली राशि वापस लौट जा रही थी. लेकिन अब हर साल मुजफ्फरपुर जिले का भी स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया जाएगा.

सरकारी खर्च पर पढ़ने के लिए गए थे नेशनल लाइब्रेरी
कुछ दिन पहले ही इस बात का खुलासा हुआ कि मुजफ्फरपुर की स्थापना 1 जनवरी 1875 को हुई थी. यह खुलासा मुजफ्फरपुर के ही रंगकर्मी और वकील अशोक भारती ने अपने शोध से इस बात का खुलासा किया है. अशोक भारती को जिला प्रशासन ने सरकारी खर्च से कोलकाता भेजा था, ताकि वह नेशनल लाइब्रेरी में पढ़ कर इस बात का पता लगाएं की मुजफ्फरपुर की स्थापना कब और कैसे हुई.

अशोक भारती बताते हैं कि जिलाधिकारी प्रणव कुमार और डीडीसी आशुतोष त्रिवेदी ने इस काम के लिए उनको बहुत प्रेरित किया. अशोक भारती द्वारा बताए गए तारीख को मुजफ्फरपुर जिला प्रशासन ने मान्यता दे दिया है. अब हर वर्ष 1 जनवरी को मुजफ्फरपुर अपना स्थापना दिवस मनाएगा. इस बार इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है.

स्थापना दिवस मनाने की चल रही तैयारी
अशोक भारती बताते हैं कि वर्ष 2012 में जब बिहार ने अपना 100वां स्थापना दिवस मनाया, तो उस समय सभी जिला ने अपने-अपने स्थापना दिवस की तारीख जारी की थी. हालांकि उसमें मुजफ्फरपुर का नाम नहीं था. यह बात अशोक को परेशान करती थी. अशोक भारती बताते हैं कि कोलकाता के नेशनल लाइब्रेरी में शिशिर डे के सहयोग से 1875 के “द स्टेट्समैन” अखबार में यह प्रमाण मिला.

स्टेट्समैन अखबार में यह लिखा है कि तिरहुत जिला को तिरहुत पूर्वी और तिरहुत पश्चिम के तौर पर विभाजन 1 जनवरी 1875 से प्रभावी किया जाता है. जिसमें तिरहुत पूर्वी दरभंगा का हिस्सा हुआ और तिरहुत पश्चिम मुजफ्फरपुर बना.

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