Home Bihar DMCH के एंबुलेंस चालकों को अपनी सलामती की फिक्र, 24 घंटे रहते हैं मौत के साये में

DMCH के एंबुलेंस चालकों को अपनी सलामती की फिक्र, 24 घंटे रहते हैं मौत के साये में

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DMCH के एंबुलेंस चालकों को अपनी सलामती की फिक्र, 24 घंटे रहते हैं मौत के साये में

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अभिनव कुमार

दरभंगा. दरभंगा मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल यानी डीएमसीएच प्रशासन की लापरवाही एक बार फिर सामने आई है. जिस भवन को खंडहर घोषित कर दिया गया है, उसे एंबुलेंस चालकों का आसरा बना दिया गया है. भवन के अगर बाहरी और भीतरी हिस्से को देखेंगे तो आप भी एक बार सहम जाएंगे. कब यह भवन किसी बड़ी दुर्घटना को न्योता दे दे, किसी को कुछ पता नहीं. मगर फिर भी मौत के इस साए में एंबुलेंस चालक रहते हैं और अपने लिए भोजन भी बनाते हैं.

डीएमसीएच के 102 नंबर के एंबुलेंसकर्मी रामाशीष महतो, जो कि ईएमटी पद पर कार्यरत हैं, कहते हैं कि यहां चौबीसों घंटा डर के साये में रहना पड़ता है. क्योंकि भवन की स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि उसको खाली करवा दिया गया है, लेकिन हमलोगों को कहीं दूसरी जगह न देकर इस जर्जर मकान में रहने के लिए दिया गया है. उन्होंने कहा कि मरीज को सेवा देकर जब वो यहां आराम करने आते हैं तो हमेशा डर लगा रहता है कि कहीं छत न गिर जाए. चौबीस घंटे चौकन्ना रहना पड़ता है. हमलोगों को कभी आराम करने का मौका नहीं मिल पाता है.

आपके शहर से (दरभंगा)

वही, एंबुलेंस चालक विमलेश कुमार बताते हैं कि एक पाली में एक ड्राइवर और एक ईएमटी कार्य करते हैं. क्योंकि यहां 14 से 15 एंबुलेंस हैं. हमलोगों ने कोरोना महामारी के समय में भी ड्यूटी किया, लेकिन रहने के लिए कोई कमरा नहीं था. कई जगह आवेदन देने के बाद अस्पताल प्रशासन के द्वारा यहां रखा गया. डर तो हमेशा लगा रहता है, लेकिन कोरोना के समय हमलोगों ने कोरोना से मरने के बजाए इस बिल्डिंग में दम कर मरना पसंद किया.

‘जो कोई भी यहां रह रहा है, वो अपने रिस्क पर है’

इस बाबत डीएमसीएच के अधीक्षक डॉ. हरिशंकर मिश्रा ने बताया कि वो मकान खंडहर घोषित हो चुका है. जो कोई भी वहां रह रहा है वो अपने रिस्क पर रह रहा है. उस भवन को खाली करने की सूचना बहुत पूर्व में दे दी गई थी. रही बात एंबुलेंस चालकों की तो वो ज्यादातर एंबुलेंस में रहते हैं, कभी उसमें आकर आराम कर लेते होंगे. हम उसे रोक नहीं सकते, न ही किसी एजेंसी को वहां खड़ा कर सकते हैं. इसमें किसी को न जाने दिया जाए.

उन्होंने कहा कि हाल ही में कुछ नशेड़ियों के द्वारा वहां भवन में आग लगा दी गई थी. इसमें कुछ कागजात जलकर राख हो गए थे. बहुत जल्द उस भवन को तोड़ने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी जिसका टेंडर हो चुका है.

टैग: एंबुलेंस सेवा, बिहार के समाचार हिंदी में, Darbhanga news, डीएमसीएच अस्पताल

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