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मंत्री कौशल किशोर ने सुझाव देते हुए कहा कि लड़कियों को लिव इन की बजाय कोर्ट में शादी करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह लड़कियों की भी जिम्मेदारी है, क्योंकि वे अपने माता-पिता को छोड़ देती हैं, जिन्होंने उन्हें वर्षों तक पाला है। वे लिव-इन संबंध में क्यों रह रही हैं? अगर उन्हें कोई लड़का पसंद है और उसके साथ रहना है तो इसके लिए उचित कागजी कार्रवाई करानी चाहिए। अगर मां-बाप सार्वजनिक रूप से लिव इन के रिश्ते के लिए तैयार नहीं हैं, तो आपको कोर्ट में शादी करनी चाहिए और फिर साथ रहना चाहिए।
‘पढ़ी-लिखी लड़कियों को लिव-इन में नहीं रहना चाहिए’
केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने श्रद्धा वालकर हत्याकांड का जिक्र करते हुए कहा, ‘ऐसी घटनाएं उन सभी लड़कियों के साथ हो रही हैं जो पढ़ी-लिखी हैं और सोचती हैं कि वे बहुत खुले विचारों की हैं, अपने भविष्य के बारे में निर्णय लेने की क्षमता रखती हैं। ऐसी लड़कियां लिव-इन में फंस जाती हैं। लड़कियों को ध्यान रखना चाहिए कि वे ऐसा क्यों कर रही हैं। पढ़ी-लिखी लड़कियां जिम्मेदार हैं क्योंकि पिता और मां दोनों ही ऐसे रिश्ते के लिए मना करते हैं। पढ़ी-लिखी लड़कियों को ऐसे रिश्तों में नहीं रहना चाहिए।’
शिवसेना ने की मंत्री के इस्तीफे की मांग
कौशल किशोर के बयान को लेकर शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने उनके इस्तीफे की मांग की। शिवसेना सांसद चतुर्वेदी ने एक ट्वीट में प्रधानमंत्री से किशोर को मंत्रिमंडल से तत्काल बर्खास्त करने का आग्रह किया। प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट किया, ‘आश्चर्य की बात है कि उन्होंने (मंत्री ने) यह नहीं कहा कि इस देश में पैदा होने के लिए लड़कियां जिम्मेदार हैं। बेशर्म, हृदयहीन और क्रूर, सभी समस्याओं के लिए महिलाओं को दोष देने की मानसिकता लगातार पनपती रहती है।’
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