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हाइलाइट्स
सोन नदी के धारा को कृत्रिम बांध बनाकर रोकने की कोशिश की जा रही थी.
बालू खनन करने के लिए लोग सोन नदी के प्राकृतिक बहाव को रोकने की कोशिश करते हैं.
रोहतास. बिहार के रोहतास जिले से ऐसी तस्वीर सामने आयी है जिसे देखकर यह कहा जा सकता है कि नदी के बहाव को कौन रोक सकता है? दरअसल बालू खनन करने के लिए रोहतास जिला में जब सोन नदी के धारा को कृत्रिम बांध बनाकर रोकने की कोशिश की जा रही थी, तो वह नाकामयाब रही और पानी के बहाव में दो मशीनें डूब गई. मिली जानकारी के अनुसार रोहतास के नासरीगंज थाना के अमियावर में सोन नदी में बालू खनन करने के लिए बांध बांधने के दौरान दो पोकलेन मशीन बह गई.
बताया जाता है कि बालू खनन करने के लिए सोन नदी के किनारे के भाग को बालू का बांध बनाकर घेर दिया जाता है. ताकि ज्यादा से ज्यादा बालू खनन की जा सके. लेकिन इसी दौरान पानी की रफ्तार इतनी तेज हो गई कि बांध को तोड़ते हुए वह दो मशीनों को डूबा दी. आप तस्वीर में देख सकते हैं किस प्रकार पानी धीरे-धीरे बालू के बनाए बांध को तोड़ता हुआ निकल रहा है और पोकलेन मशीन पानी में डूब रही है. इसी बीच जान बचाने के लिए पोकलेन मशीन का चालक गाड़ी छोड़कर भाग जाता है. यह तस्वीर अमियावर बालू घाट की है.
लाखों की मशीनें हुईं बर्बाद
बता दें कि बालू खनन करने के लिए लोग सोन नदी के प्राकृतिक बहाव को रोकने की कोशिश करते हैं. ताकि ज्यादा से ज्यादा उत्खनन किया जाए. लेकिन तस्वीरों में आप देखिए, किस प्रकार जलजला में पूरा मशीन डूब गया है. यह समझे की लाखों की मशीन अब बर्बाद हो गई है. गौरतलब है कि अवैध रूप से बालू खनन करने के लिए समय-समय पर सोन नदी के धारा को अवरुद्ध करने की कोशिश कुछ इसी तरह से की जाती रही है.
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टैग: बिहार के समाचार, Rohtas Nagar, रेत खनन
प्रथम प्रकाशित : 17 नवंबर, 2022, 20:27 IST
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