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स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, इस साल अब तक एईएस के 45 मामले आए हैं, जिनमे से 41 मरीजों के ठीक होने के बाद छुट्टी दे दी गई। मुजफ्फरपुर जिले में एईएस के 29 मरीज मिले हैं। सबसे ज्यादा पीड़ित कुढ़नी और कांटी से मिले हैं। इन दोनों प्रखंडों में चार-चार मामले सामने आए हैं।
इधर, एईएस से बच्ची की मौत के बाद सिविल सर्जन डॉ उमेश चंद्र शर्मा बच्ची के घर पहुंचे और उसके परिजन से मुलाकात की। उन्होंने लोगों से एहतियात बरतने की अपील की। गौरतलब है कि गर्मी शुरू होने के साथ ही मुजफ्फरपुर और इसके आसपास के इलाकों में एईएस का प्रकोप देखा जाता है। यह बीमारी अधिकांश बच्चों में होती है। इस साल अब तक हालांकि मरीजों की संख्या कम देखी गई।
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