[ad_1]
मुजफ्फरपुर जिले के जिन प्रखंडों में पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों का प्रशिक्षण नहीं हुआ है, उन्हे 18 मई तक प्रशिक्षण कराने का निर्देश दिया गया है। साथ ही कहा गया है कि गोद लिए पंचायतों में पदाधिकारी /कर्मी लगातार विजिट करना सुनिश्चित करें।
इसके अलावे, प्रत्येक वार्ड में 10 वर्ष से कम आयु के बच्चों पर विशेष नजर रखने का भी आदेश दिया गया है। इसको लेकर उप विकास आयुक्त मुजफ्फरपुर आशुतोष द्विवेदी की अध्यक्षता में एईएस/चमकी बुखार से संबंधित विभिन्न कोषांगों की बिंदुवार समीक्षा की गई।
जागरूकता कार्यक्रम की समीक्षा में दिए गए कई निर्देश
बैठक में उप विकास आयुक्त ने निर्देश दिया कि एईएस/चमकी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण के मद्देनजर पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य को अंजाम देना सुनिश्चित किया जाए। विभिन्न माध्यमों से यथा:- हैंडविल/पोस्टर वितरण दीवाल लेखन ,एलईडी वाहन परिचालन,होर्डिंग/ फ्लेक्स इत्यादि के माध्यम से चलाये जा रहे जागरूकता कार्यक्रम की समीक्षा की गई।
बैठक में संबंधित विभाग के पदाधिकारियों द्वारा बताया गया कि सभी पंचायत सरकार भवन के साथ अन्य पंचायत भवनों में, लगभग 3118 स्कूलों में, लगभग सभी आंगनवाड़ी केंद्रों पर दीवाल लेखन का कार्य किया गया है। साथ ही समुदायिक भवनों में दीवार लेखन का कार्य किया जा रहा है।
बैठक में निर्देश दिया गया कि जिन प्रखंडों में पंचायती राज प्रतिनिधियों का अभी तक प्रशिक्षण नहीं हुआ है, वहां 18 मई तक हर हाल में प्रशिक्षण कराना सुनिश्चित किया जाय। बैठक में बताया गया कि जिले में मुख्य रूप से पांच प्रभावित प्रखंडों के 288 एवं शेष प्रखंडों के 36 टोलों में कुल 324 टोलो में एलईडी वाहन से सघन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
जबकि मीनापुर प्रखंड के 22 टोलो में नुक्कड़ नाटक के द्वारा भी प्रचार-प्रसार किया जा रहा है ।वही एसकेएमसीएच परिसर में भी नुक्कड़ नाटक के माध्यम से एईएस को लेकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
जागरूकता कार्यक्रमों से संबंधित फीडबैक जरूर लें
निर्देश दिया गया कि केबल टीवी के माध्यम से भी प्रचार प्रसार किया जाए। निर्देश दिया गया कि गोद लिए हुए पंचायतों में पदाधिकारी अनिवार्य रूप से विजिट करना सुनिश्चित करें। विजिट के क्रम में जागरूकता कार्यक्रमों से संबंधित फीडबैक भी प्राप्त करें।
जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया गया कि विद्यालयों में चेतना सत्र के दौरान अनिवार्य रूप से चमकी को लेकर बच्चों को जागरूक करना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि इस संबंध में जिला स्तरीय अधिकारियों द्वारा औचक निरीक्षण भी कराया जाएगा।
जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा बताया गया कि चेतना सत्र में उक्त कार्य किया जा रहा है। जिला आपूर्ति अधिकारी ने बताया कि सभी पीडीएस दुकानों पर चमकी से संबंधित बैनर लगा दिए गए हैं। जानकारी दी गई कि एईएस/ चमकी बुखार से संबंधित सभी आवश्यक दवाइयां एवं उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है।
रेफरल सिस्टम पूरी मजबूती के साथ कार्य कर रहा है। आंगनवाड़ी केंद्रों की सेविका /सहायिका जीविका दीदियों एवं आशा कार्यकर्ताओं के द्वारा वार्ड वार दैनिक रूप से डोर टू डोर विजिट करते हुए अभिभावकों को जागरूक किया जा रहा है। प्रत्येक वार्ड में 10 वर्ष से कम आयु के बच्चों पर विशेष नजर रखी जा रही है।
स्वयं सेविका /सहायिका और आशा कार्यकर्ता के द्वारा चमकी से संबंधित लक्षण दृष्टिगोचर होते ही बच्चों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है साथ ही जिन वाहनों से रोगी अस्पताल लाये जा रहे हैं उन वाहनों का भुगतान तत्काल किया जा रहा है।
बैठक में अपर समाहर्ता आपदा डॉ अजय कुमार, अधीक्षक एसकेएमसीएच बीएस झा, नोडल पदाधिकारी एईएस,डॉक्टर सतीश कुमार, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ ए०के पांडे,केयर के प्रतिनिधि सौरभ तिवारी के साथ अन्य विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
[ad_2]