Home Bihar Nitish Kumar : PM-CM की सुरक्षा में चूक क्यों मानी जाती है बड़ी लापरवाही? नीतीश के सामने बम विस्फोट मामूली बात नहीं

Nitish Kumar : PM-CM की सुरक्षा में चूक क्यों मानी जाती है बड़ी लापरवाही? नीतीश के सामने बम विस्फोट मामूली बात नहीं

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Nitish Kumar : PM-CM की सुरक्षा में चूक क्यों मानी जाती है बड़ी लापरवाही? नीतीश के सामने बम विस्फोट मामूली बात नहीं

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पटना/नालंदा : किसी देश के प्रधानमंत्री और किसी राज्य के मुख्यमंत्री की सुरक्षा में चूक की छोटी घटना भी बड़ी होती है। देश और प्रदेश के मुखिया की सिक्योरिटी सबसे बेस्ट मानी जाती है। तीन से चार लेयर सुरक्षा के इंतजाम होते हैं। सबसे पेशेवर टीम सीएम-पीएम को अपने घेरे में रखती है। किसी भी आम आदमी के लिए प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री के पास पहुंचना आसान नहीं होता है। मगर नालंदा के सिलाव में तो सीएम नीतीश (Nitish Kumar) से 15 फीट की दूरी पर बम विस्फोट कर दिया (नालंदा बम विस्फोट) गया, वो भी माचिस जलाकर। अंदाजा लगा सकते हैं कि किस तरह की लापरवाही (नीतीश कुमार सुरक्षा में लापरवाही) बरती गई होगी।

नालंदा में आखिर हुआ क्या था?
नालंदा के सिलाव में जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान बम विस्फोट हुआ। जहां धमाका हुआ, वहां से महज 15-18 फीट की दूरी पर नीतीश कुमार मौजूद थे। हालांकि इस घटना में कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ। लेकिन पुलिस पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया। 27 मार्च को पटना के बख्तियारपुर में एक कार्यक्रम के दौरान नीतीश कुमार को एक युवक ने मुक्का मार दिया था। अब ठीक 17वें दिन नालंदा की सभा में विस्फोट हो गया। बिहार पुलिस के पेशेवर होने पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। जिस समय विस्फोट हुआ, उस वक्त पंडाल में काफी भीड़ थी। सीएम नीतीश के आसपास सुरक्षाकर्मी तैनात थे। शुरू में लोगों को लगा कि बम विस्फोट या फायरिंग की गई। लोग इधर-उधर भागने लगे, अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया। बाद में पटाखा फोड़ने की बात सामने आई।

सीएम के प्रोग्राम में बम लेकर एंट्री?
नीतीश कुमार के सामने हुए विस्फोट के बाद पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया। भीड़ होने की वजह से वो भाग नहीं पाया। उसकी पहचान नालंदा के इस्लामपुर थाना क्षेत्र के सत्यारगंज निवासी 22 साल के शुभम आदित्य के रूप में हुई। शुरुआती पूछताछ में शुभम ने बताया कि वो राष्ट्रीय मुद्दे पर सीएम नीतीश से बात करना चाह रहा था। जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान नीतीश कुमार लोगों से मिल कर उनका आवेदन ले रहे थे। सीएम नीतीश ने जब शुभम आदित्य की बात नहीं सुनी तो उसने धमाका कर दिया। पुलिस को उसके पास से पटाखा और माचिस मिला। इसका मतलब ये है कि वो पहले से ही बम फोड़ने की नीयत से कार्यक्रम में आया था। सुरक्षा जांच के बाद सीएम नीतीश के कार्यक्रम में एंट्री मिलती है।
Nitish kumar News: पहले मुक्का फिर बम…17वें दिन फिर हमला, बिहार में सीएम की सुरक्षा भी मजाक? नालंदा में नीतीश की सभा में विस्फोट
पब्लिक मीटिंग में होती है सुरक्षा की अलग रणनीति
प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री अगर किसी पब्लिक मीटिंग में जाते हैं तो अलग तरह की तैयारी की जाती है। उसकी तैयारी काफी पहले से होती है। चप्पे-चप्पे का ख्याल रखा जाता है। सुरक्षा जांच के बाद ही कार्यक्रम में जाने की अनुमति मिलती है। मुख्यमंत्री की सुरक्षा में हुई चूक काफी बड़ी है। पीएम और सीएम के किसी भी दौरे से पहले सिक्योरिटी टीम रेकी करती है। आईबी और सिक्योरिटी एजेंसी के साथ हेडक्वार्टर भी लगातार संपर्क में रहता है। इसी तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंजाब दौरे के दौरान सुरक्षा में चूक देखने को मिली थी। फिरोजपुर के मोगा में 5 जनवरी को प्रधानमंत्री का काफिला लगभग 15-20 मिनट तक एक पुल पर रुका रहा था। तब काफी हंगामा हुआ था। सुरक्षा पर सवाल खड़े किए गए थे। यहां तो सीएम नीतीश के सामने ही बम फोड़ दिया गया, वो भी सैकड़ों लोगों की मौजूदगी में।

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