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नालंदा. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सुरक्षा में एक बार फिर भारी चूक सामने आई है. इस बार नालंदा में ऐसा हुआ है. यहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान बम फोड़ा गया. पिछले कुछ दिनों से सीएम नीतीश कुमार प्रदेश के अलग-अलग जिलों का लगातार दौरा कर रहे रहे हैं, इसी सिलसिले में वे मंगलवार को नालंदा में थे, जहां बम फोड़े जाने की घटना हुई है. हालांकि नीतीश कुमार पूरी तरह सुरक्षित हैं. बता दें इससे पहले 27 मार्च को पटना के बख्तियारपुर में नीतीश कुमार को मुक्का मारा गया था.
मंगलवार को मुख्यमंत्री संवाद कार्यक्रम के दौरान सिलाव में जिस युवक ने पटाखा फोड़ा है, उसे पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है. बताया जा रहा है कि गिरफ्तार युवक की पहचान शुभम आदित्य के रूप में हुई है. वह इस्लामपुर के सत्यारगंज गांव का रहने वाला है. पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार शुभम आदित्य का कहना है कि वह राष्ट्रीयता से संबंधित कार्यक्रम चला रहा है, लेकिन मुख्यमंत्री इस बात को सुन नहीं रहे थे. इसलिए उनका ध्यान खींचने के लिए हमने पटाखा छोड़ा है. गिरफ्तार शुभम आदित्य बीएससी स्नातक का छात्र है.
मौके पर मौजूद एक उच्च पदाधिकारी ने अनौपचारिक बातचीत में बताया कि धमाका हुआ और उसकी आवाज सुनकर ये विस्फोट की तरह ही लगा लेकिन पुलिस वालों ने बताया है कि यह पटाखा है, जिसकी आवाज ज्यादा तेज थी. पुलिस ने शुभम के पास से पटाखे, माचिस की तीलियां और चाबी जब्त की है. फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की तहकीकात में लगी है. लेकिन असल सवाल तो यह है कि मुख्यमंत्री की सभा से पहले जब आसपास के पूरे इलाके की सघन जांच होती है, ऐसे में कोई शख्स माचिस और विस्फोटक लेकर उस एरिया में कैसे घुस गया और सुरक्षाकर्मियों को भनक तक नहीं लगी. मुख्यमंत्री के सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत कार्यक्रम से पूर्व डॉग स्क्वॉयड और बम निरोधक दस्ता पूरे सभास्थल का निरीक्षण करते हैं, कार्यक्रम खत्म होने तक दोनों स्क्वॉयड की ड्यूटी कार्यक्रम स्थल पर होती है, तो फिर आखिर यह शख्स वहां विस्फोटक के साथ कैसे मौजूद रह सका?
आपके शहर से (नालंदा)
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