Home भोजपुरी Sanjay Pandey Interview: 2500 रुपए थी भोजपुरी एक्टर संजय पांडे की पहली कमाई, अब तक रखी है चेक की फोटो कॉपी

Sanjay Pandey Interview: 2500 रुपए थी भोजपुरी एक्टर संजय पांडे की पहली कमाई, अब तक रखी है चेक की फोटो कॉपी

0
Sanjay Pandey Interview: 2500 रुपए थी भोजपुरी एक्टर संजय पांडे की पहली कमाई, अब तक रखी है चेक की फोटो कॉपी

[ad_1]

भोजपुरी सिनेमा के फेमस एक्टर संजय पांडे (Sanjay Pandey) अपनी बेहतरीन अदायगी के लिए जाने जाते हैं. आज वो सिनेमा जगत में किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं. उन्होंने टीवी से लेकर फिल्मों तक में काम किया है. पर्दे पर जैसा उन्हें खतरनाक खलनायक दिखाया जाता है रियल लाइफ में वो उतने ही सहज और सरल इंसान हैं. आज वो भले ही एक स्टार एक्टर हैं मगर आजमगढ़ से मुंबई तक का सफर तय करना उनके लिए कोई आसान नहीं था. इसके पीछे उनकी कड़ी मेहनत और परिवार का सपोर्ट था, जिससे आज उन्हें घर-घर में लोग जानते हैं. ऐसे में आइए News18 Hindi से हुई उनकी खास बातचीत (Sanjay Pandey Interesting facts) के बारे में आपको बताते हैं कि उन्होंने क्या कुछ कहा…

उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ से ताल्लुक रखने वाले एक्टर संजय पांडे (Sanjay Pandey Life Story) ने अपने मुंबई तक के सफर के बारे में बात करते हुए कहा, ‘पिता जी मेरे डिफेंस में थे. मेरा जन्म आजमगढ़ में हुआ मगर मध्य प्रदेश के कटनी शहर में मैंने अपना होश संभाला, जहां पर पिता जी पोस्टेड थे. मैंने वहीं से कॉलेज और थिएटर दोनों ही किया. कहा जाए तो एमपी मेरे दिल में बसता है. जब मैं बड़ा हुआ तो मुझे लगा कि अगर आपको एक्टर बनना है तो मुंबई जाना पड़ेगा.’

अपने संघर्षों (Sanjay Pandey Struggle) के बारे में बता करते हुए संजय पांडे ने आगे कहा, ‘सड़कों पर सोने जैसी नौबत मेरी नहीं आई थी और ना ही प्लेटफॉर्म पर सोया हूं. जब हम इसकी तैयारी करके नहीं जाते हैं तो ऐसा होता है और मैं पूरी प्लानिंग के साथ गया था. मेरे पिता जी मुझे पैसे भेजा करते थे. क्योंकि मैं एक्टर ही बनना चाहता था. मैं अपने घरवालों को कहकर ही गया था कि अगर आप लोग सपोर्ट नहीं करोगे तो मैं एक्टर नहीं बन पाऊंगा. मेरे घर वालों ने सपोर्ट किया. मेरी शादी हुई तो मेरी पत्नी ने साथ दिया.’

2500 रुपए थी पहली कमाई- संजय पांडे

संजय पांडे ने अपनी पहली कमाई (Sanjay Pandey first income) के बारे में बात करते हुए कहा, ‘मेरी पहली फिल्म नहीं थी. मेरा पहला टीवी सीरियल था, जिसका नाम ‘अंतराल’ था और उसमें मेन लीड एक्टर ओमपुरी जी थे. मैंने इसमें पहली बार काम किया और मुझे यहां पर एक दिन के लिए 2000 रुपए मिले. साथ में 500 रुपए कन्वेंस दिया गया था तो कुल 2500 रुपए मेरी पहली कमाई हो गई थी. जब मुझे दो हजार का चेक मिला तो मैं बड़ा ही खुश हुआ और मैंने उसे भगवान की चरणों में चढ़ा दिया. उस चेक की आरती भी उतारी गई. मैंने अभी तक उस चेक की फोटो कॉपी को संभालकर रखा है. मैं साल 2000 की बात कर रहा हूं और उस समय एक दिन का दो हजार रुपए देखकर काफी शॉक्ड रह गया था.’

संजय पांडे ने बताया- स्टारडम को कैसे संभाला जाए?

संजय पांडे ने स्टारडम को संभाले जाने को लेकर कहा, ‘जब जड़ में कमी होती है तो स्टारडम संभालना काफी मुश्किल हो जाता है. कहते हैं ना अगर आपकी दीवार कच्ची है तो हल्के बारिश के झोके से भी वो गिर जाएगी. हमारी दीवारें मजबूत हैं. हम थिएटर से आए हैं. हमें वो संस्कार दिया गया है. हमने झाड़ू लगाया है मंच पर. हमने बोझ उठाया. हम काफी मेहनत से आए हैं तो हम सोचते हैं जो हमें मिल रहा है उसके आगे नतमस्तक करके रहो. आज की पीढ़ियों को थोड़ा जल्दी मिल जाता है इसलिए वो उसकी कद्र नहीं करते हैं.’

निरहुआ और उनकी दोस्ती को लेकर क्या बोले संजय पांडे?

संजय पांडे और निरहुआ (Sanjay Pandey-Nirahua Friendship) की दोस्ती को 19 साल का वक्त बीत चुका है और इनकी दोस्ती इंडस्ट्री में जय-वीरू की तरह ही है. ऐसे में अपनी दोस्ती को लेकर एक्टर ने कहा, ‘दिनेश जी बहुत पॉजिटिव इंसान हैं. नेगेटिव विचार उनके दिमाग में दूर-दूर तक नहीं आते हैं. मैंने अपनी लाइफ में ऐसे बहुत कम सकारात्मक लोग देखें हैं. दिनेश भोजपुरी में चमचों से बहुत दूर रहते हैं, इसलिए भी मैं उनके क्लोज हो पाया क्योंकि उनके और मेरे बीच चमचों की दीवार नहीं है. हमारे विचार मिलते हैं.’

निरहुआ (Dinesh lal yadav Nirahua) की खासियत (Nirahua specialty) के बारे में बात करते हुए संजय ने कहा, ‘निरहुआ भोजपुरी के इकलौते एक्टर हैं, जिन्होंने जहां से कमाया है वहीं लगाया है. वो ‘निरहुआ एंटरटेनमेंट’ प्रोडक्शन हाउस चला रहे हैं, जिसके बैनर तले ‘बॉर्डर’ जैसी बड़े बजट की फिल्म बनाई. इसका बजट ही तीन करोड़ था. हो सकता है उन्हें इसमें लॉस भी हुआ हो लेकिन उन्होंने फिल्मों को बनाना बंद नहीं किया तो वो एक ऐसा इंसान है, जो जहां से कमा रहा है वहीं उसे दे रहा है. उनकी लेने की ख्वाहिश कभी नहीं रही है, वो हमेशा लोगों को देते रहे हैं. उन्होंने इतने लोगों की मदद की है कि वो कभी कहते नहीं हैं कि मैंने फला की मदद की है.’

टैग: भोजपुरी, Bhojpuri actor, संजय पांडेय

[ad_2]

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here